Wresting Federation को बहुत बड़ा झटका! भारतीय कुश्ती संघ की सदस्यता रद्द..
इस खबर ने भारतीय कुश्ती को कांपा दिया है, क्योंकि यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने भारतीय कुश्ती महासंघ की सदस्यता को निलंबित कर दिया है। इससे भारतीय पहलवानों को वैश्विक मंच पर मेडल जीतने में कठिनाइयाँ आ सकती हैं।
पहले ही दिनों में यह चेतावनी जारी की गई थी कि भारत में कुश्ती संघ और पहलवानों के बीच तनाव बढ़ रहा है। यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने इस पर चिंता जताई और उन्होंने भारतीय कुश्ती महासंघ को पत्र लिखकर 15 जुलाई तक नए चुनाव करवाने की मांग की। उन्होंने यह भी जताया कि यदि नए चुनाव नहीं होते हैं तो वे भारतीय कुश्ती महासंघ की सदस्यता को निलंबित कर सकते हैं।
इसी बीच, भारतीय कुश्ती महासंघ ने नए चुनाव की तैयारी की थी। लेकिन भारतीय खेल मंत्रालय ने बृजभूषण बनाम पहलवान मामले में कुश्ती महासंघ के पदाधिकारियों को सस्पेंड कर दिया और एडीएचओसी कमेटी भी गठित की।
इसके बाद भारतीय कुश्ती महासंघ के चुनाव को नए सिरे से आयोजित करने के लिए जम्मू कश्मीर हाईकोर्ट के पूर्व जज एमएम कुमार को चुनाव अधिकारी बनाया गया। इस पर यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने 16 अगस्त को अंतिम प्रविष्टि जमा करने की तारीख से सहमति दी।
हालांकि, कोर्ट ने भारतीय कुश्ती महासंघ के चुनावों पर रोक लगाई है। इसमें हरियाणा रेसलिंग एसोसिएशन की याचिका का भी योगदान है, जिसके परिणामस्वरूप पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने चुनावों को ठप्प कर दिया है और चुनावों पर रोक लगाई है।
चुनावों को 28 अगस्त तक स्थगित किया गया है। इसके पीछे की वजह है कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा के नेतृत्व में हरियाणा रेसलिंग एसोसिएशन ने चुनाव में वोटिंग की अनुमति मांगी थी, जबकि हरियाणा एमैच्योर रेसलिंग एसोसिएशन ने अपने आप को वैध संगठन बताया था।