तीन साल में पूरा होगा 32 किलोमीटर का इंदौर मेट्रो का पहला चरण…
भोपाल-इंदौर मेट्रो परियोजना का पूरा होने का योजनित समय दिसंबर 2026 है। इस मेट्रो परियोजना के अंतर्गत, भोपाल-इंदौर क्षेत्र में ऑरेंज और ब्लू लाइन की निर्माण काम जारी है।
मेट्रो परियोजना के तहत भोपाल में मॉडल पटरी के परीक्षण निकलेगा, हालांकि 26 अगस्त को इसके मॉडल का उद्घाटन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कर दिया। यह मॉडल पटरी पर दौड़ने के लिए नहीं होगा, लेकिन लोग इसके द्वारा भोपाल मेट्रो का आनंद ले सकेंगे।
इस मेट्रो परियोजना के तहत भोपाल-इंदौर में ऑरेंज लाइन और ब्लू लाइन की निर्माण कार्य जारी है। भोपाल मेट्रो की लंबाई 31 किलोमीटर है और इसकी लागत 7000 करोड़ रुपये है, जबकि इंदौर मेट्रो लाइन की लंबाई भी 31 किलोमीटर है और उसकी लागत 7500 करोड़ रुपये है। इस परियोजना के पूरा होने पर, भोपाल-इंदौर सिटी में रोज़ाना 7 लाख यात्री यात्रा कर सकेंगे।
भोपाल और इंदौर मेट्रो की विशेषताएँ:
- ऑटोमेटिक डोर, स्टार्ट-स्टॉप और इमर्जेंसी हैंडलिंग
- साइबर अटैक और हैकिंग से सुरक्षित
- यात्रियों की सुरक्षा के लिए ऑटोमेटिक ऑब्स्टेकल और डिरेलमेंट डिटेक्शन
- कोच में 50 यात्रियों के बैठने और 300 के खड़े होने की क्षमता
- हर दो मिनट में आने-जाने की फ्रीक्वेंसी
- ब्रेक के साथ ऊर्जा री-जनरेशन तकनीक से ऊर्जा की बचत
- कोच में होगी जर्म कंट्रोल और एयर-फिल्ट्रेशन की तकनीक, हमेशा स्वच्छ रहेगी वायु
- कोच में लगे सीसीटीवी होंगे, एआई तकनीक से संचालित
- ऑटोमेटिक ऑब्जेक्ट आइडेंटिफिकेशन (कैमरे करेंगे चेहरों की पहचान)
- ऑटोमेटिक और स्मार्ट प्रकाश नियंत्रण व्यवस्था
- हाईलेवल पैसेंजर सेफ्टी (HL3 मानक)
- दिव्यांगों के लिए विशेष व्हील चेयर्स और उनके अनुकूल बैठने का स्थान
इसके अलावा, भोपाल-इंदौर मेट्रो का विशेषता से भरपूर होने के लिए कई तकनीकी और सुरक्षा उपाय हैं, जैसे कि तार के जालों से मुक्त विद्युतीकरण प्रणाली, एकीकृत एनर्जी कंसर्वेशन तथा सुरक्षा प्रणाली, आपात स्थिति में विभागीय पावर स्विच और बहुत कुछ।
स्टेशनों की विशेषताएँ भी इस परियोजना के महत्वपूर्ण हिस्से हैं, जैसे कि ऊर्जा संरक्षण के साथ स्मार्ट प्रकाश व्यवस्था, अग्निशमन प्रणाली, लिफ्ट और एस्केलेटर की सुविधा, फाइबर ऑप्टिक ट्रांसमिशन सिस्टम, और यात्रियों के लिए स्मार्ट मोबाइल चार्जिंग पॉइंट्स।
इस प्रकार, भोपाल-इंदौर मेट्रो परियोजना को विशेष बनाने वाली तकनीकी और सुरक्षा विशेषताएँ हैं, जो यात्रियों को सुरक्षित, तेज़ और आरामदायक यात्रा का आनंद देने में मदद करेंगी।