अकेले चुनाव लड़ने की बात करने वाली बसपा प्रमुख मायावती का INDIA गठबंधन के लिए दिल पिघलने लगा…
इंडिया गठबंधन की आगामी बैठक 31 अगस्त को मुंबई में आयोजित की जाएगी। इस गठबंधन में बसपा समेत अन्य दलों को शामिल करने की प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि, मायावती ने इसके लिए एक बड़ी शर्त रखी है। जिसके कारण मायावती का INDIA गठबंधन में दिल पिघल रहा है।
विपक्षी दलें भी बसपा को गठबंधन में शामिल करने की कवायद में हैं। सूत्रों के अनुसार, विपक्षी गठबंधन ‘INDIA’ में शामिल लोगों ने मायावती से संपर्क साधा है। इसके बावजूद, मायावती ने गठबंधन ‘INDIA’ में शामिल होने के लिए एक महत्वपूर्ण शर्त रखी है, जिस पर मुंबई में होने वाली बैठक में चर्चा होगी।
इस संदर्भ में, बसपा की शर्तों पर सहमति मिली तो मायावती विपक्षी गठबंधन ‘INDIA’ का हिस्सा बन सकती है।
सूत्रों के अनुसार, विपक्षी गठबंधन ने बसपा प्रमुख से INDIA में शामिल होने के लिए संपर्क साधा है, लेकिन मायावती ने यूपी की कुल 80 लोकसभा सीटों में से 40 सीटों की मांग की है।
उनका यह आवाज भी है कि यूपी की आधी सीटें बसपा को मिलनी चाहिए, और इस पर विचार-विमर्श के बाद निर्णय लिया जाएगा। गठबंधन की ओर से जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला ने मायावती से बात की है, इस समय मायावती ने अपनी पार्टी की स्थिति और अपनी मांगों को साझा किया।
विपक्षी गठबंधन ‘INDIA’ की मुंबई में होने वाली 31 अगस्त और 1 सितंबर की बैठक में मायावती के साथ गठबंधन और सीटों की शर्तों पर चर्चा की जाएगी। इसके बाद, अगर सहमति बनती है, तो बसपा ‘INDIA’ का हिस्सा बन सकती है।
मायावती का यह फैसला इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि वह अकेले चुनाव लड़ने का निर्णय लेना चाहती थी। उनके पास विपक्षी गठबंधन में सीटों की बार्गेनिंग की स्थिति में उपयोगी पूंजी नहीं थी। बसपा की सियासी स्थिति बिल्कुल उसी प्रकार नहीं थी, जिससे वे सीटों के मामले में आगे बढ़ सकती थीं।
बसपा के पास एक विधायक होने के बावजूद, वे सीटों की बार्गेनिंग में नहीं थीं। मायावती किसी भी गठबंधन में शामिल होने के लिए विशेष भूमिका और महत्वपूर्ण स्थान की मांग कर रही हैं।
विपक्षी गठबंधन INDIA में समाजवादी पार्टी भी शामिल है। यूपी में विपक्षी गठबंधन का नेतृत्व अखिलेश यादव के हाथों में है। इस परिस्थिति में, मुंबई की बैठक में बसपा को लेकर कौनसा निर्णय लिया जाएगा, यह आगे देखने की बात है।
इसके बावजूद, मायावती ने यह भी उजागर किया है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में वह बसपा किसी भी दल के साथ गठबंधन नहीं करेंगी। उनका दृढ विचार है कि बसपा न किसी भी गठबंधन का हिस्सा बनेगी, बल्कि वह अकेले चुनाव लड़कर आगे बढ़ेगी।
यह निर्णय उन्होंने पिछले दिनों अपनी बैठक में घोषित किया था। उनका विचार है कि बसपा एकमात्र चुनावी आरेख में उतरेगी, और यह पिछले लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनावों में दिख चुका है।