लोकसभा चुनाव: यूपी में भाजपा ने किया संगठन में बड़ा फेरबदल, एक झटके में बदले 69 जिलाध्यक्ष, पढ़िए पूरी लिस्ट!

लोकसभा चुनाव: भाजपा ने यूपी में किया इतिहासिक संगठन में बड़ा फेरबदल, एक ही झटके में 69 जिलाध्यक्षों को बदला, यहाँ पर पूरी लिस्ट देखें!

बीजेपी में संगठन के फेरबदल की चर्चाएं लंबे समय से चल रही थीं, लेकिन शुक्रवार को इन फेरबदलों को पूरी तरह से लागू कर दिया गया। भाजपा ने अपने 98 जिलों में नए जिलाध्यक्षों की नियुक्ति की।

लोकसभा चुनाव से पहले, भाजपा ने प्रदेश में एक बड़ा संगठनात्मक फेरबदल किया है। पार्टी ने शुक्रवार को बहुप्रतीक्षित जिलाध्यक्षों की सूची जारी की, जिसमें 98 संगठनात्मक जिलों में से 69 में नए जिलाध्यक्षों की नियुक्ति की गई है। बचे 29 मौजूदा जिलाध्यक्षों को भी मौका दिया गया है। लखनऊ महानगर में आनंद द्विवेदी को और लखनऊ जिला में विनय प्रताप सिंह को जिलाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है।

भाजपा में जिलाध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर बीते दो महीने से मुश्किलें थी। प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने सोमवार से प्रतिदिन क्षेत्रवार जिलाध्यक्षों की नियुक्ति पर चर्चा की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक और क्षेत्रीय अध्यक्षों से भी सूची पर रायशुमारी की गई। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी ने बताया कि रायशुमारी के बाद सभी प्रमुख लोगों से सहमति के आधार पर नए जिलाध्यक्षों की नियुक्ति की गई है।

69 संगठनात्मक जिलों में नए जिलाध्यक्ष अब लोकसभा चुनाव की योजना बनाएंगे, जबकि 29 जिलों में अनुभवी जिलाध्यक्ष अपनी भूमिका को जारी रखेंगे। इस प्रक्रिया में, चार महिलाओं को भी जिलाध्यक्ष के पद पर चुना गया है।

भाजपा के अवध क्षेत्र के 15 जिलों में से 10 जिलों में नए जिलाध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं। इनमें बलरामपुर के प्रदीप कुमार, गोंडा के अमर किशोर कश्यप, अयोध्या जिला के संजीव सिंह, लखीमपुर में सुनील सिंह और उन्नाव के अवधेश कटियार हैं, जिन्होंने अपनी सीटों को बचाने में सफलता प्राप्त की है।

गोरखपुर क्षेत्र में 12 जिलों में से 9 जिलों के जिलाध्यक्ष बदल दिए गए हैं। इसमें शामिल हैं गोरखपुर महानगर के राजेश गुप्ता, गोरखपुर जिला के युधिष्ठिर सिंह, और संत कबीरनगर में मौजूदा जिलाध्यक्ष जगदंबा लाल श्रीवास्तव, जो अपने पद पर बने रहेंगे।

कानपुर क्षेत्र में 17 जिलों में से 13 जिलाध्यक्ष बदल दिए गए हैं, जैसे कि इटावा के संजीव राजपूत, फर्रुखाबाद के रूपेश गुप्ता, बांदा में संजय सिंह, और ललितपुर के राजकुमार जैन।

पश्चिम क्षेत्र में सहारनपुर के जिलाध्यक्ष महेंद्र सैनी, गाजियाबाद महानगर के संजीव शर्मा, और नोएडा महानगर के मनोज गुप्ता भी फिर से नियुक्त हुए हैं। इसके अलावा, 19 जिलों में से 16 जिलाध्यक्षों को भी नए नियुक्त किया गया है।

बृज क्षेत्र में 19 जिलों में से 8 जिलाध्यक्ष ने अपनी कुर्सी को बचाने में सफलता प्राप्त की हैं। इसमें आगरा महानगर में भानु महाजन, आगरा जिला में गिरिराज कुशवाहा, फिरोजाबाद महानगर में राकेश शंखवार, एटा में संदीप जैन, कासगंज में के.पी.सिंह, बरेली जिला में पवन शर्मा, बदायूं में राजीव गुप्ता और पीलीभीत में संजीव प्रताप सिंह हैं, जिन्होंने अपने पदों को बचाने में सफलता प्राप्त की है। 11 जिलों में नए जिलाध्यक्षों को मौका मिला है।

काशी क्षेत्र में 16 जिलों में से 10 जिलाध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं। इसमें वाराणसी महानगर में विद्यासागर राय, वाराणसी जिला में हंसराज विश्वकर्मा, जौनपुर में पुष्पराज सिंह, मछलीशहर में रामविलास पाल, सुल्तानपुर में डॉ. आरए. वर्मा, और मिर्जापुर में बृजभूषण सिंह हैं, जिन्होंने अपने पदों को बचाने में सफलता प्राप्त की है।

इस पौने चार साल बाद, एक नई टीम का गठन हुआ है, जिसमें पूर्व प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के कार्यकाल के बाद 27 नवंबर 2019 को जिलाध्यक्ष नियुक्त हुए थे। इसके बाद, कुछ जिलों में कामकाज की शिकायत के बाद ही जिलाध्यक्षों की बदलाव की प्रक्रिया शुरू हुई, जिनके परिणामस्वरूप लगभग 46 महीने के बाद इस विशेष फेरबदल का आयोजन हुआ।